समीक्षा एक समान्य अवधारणा है। भविष्य के निर्णय, योजना और विश्वसनीयता के लिए समीक्षा की आवश्यकता होती है। समीक्षा भरे हुए जल के ऊपरी सतह का निर्धारण करता है। यही समीक्षा जब व्यापक और विश्लेषणात्मक होती है तो आलोचना में परिवर्तित हो जाती है। समीक्षा का विच्छेद सम्यक इच्छा। पाठकोंContinue Reading