लाज
2021-08-13
तीखे नैनों ने मन मोह लिया सूर सरगम ने अवरोह किया अकुलाहट बढ़ गई दिल में लाज का घूंघट खोल दिया।
तीखे नैनों ने मन मोह लिया सूर सरगम ने अवरोह किया अकुलाहट बढ़ गई दिल में लाज का घूंघट खोल दिया।
मेरे मन को ले जा रही है ये हवाएं आसमाँ की ओर अब इन हवाओं से क्या कहूँ इरादों को पंख लग गए हैं अब कौन बांध पाएगा निगाहों में टिकी है मंज़िल अर्जुन की तरह लक्ष्य साधे बस उस ओर बढ़ चला हूँ नहीं इसे कोई रोक पाएगा इनContinue Reading
जब से तुम आई मेरी जिंदगी में मानो सपनों का संसार मिल गया एक तेरे साथ ने दिया वज़ूद मुझे मेरी खुशियो का अंबार लग गया मेरा प्यार मेरी बहार ए जानेमन खुशबु से मेरा चमन महक गया तेरे इर्द गिर्द मंडराता भंवर बन शुभ्र पुष्प सुंदर बाग सज गयाContinue Reading