कुछ बातें
2022-05-06
कुछ बातें लिखी हुई मेरे मन की, वो पुराने अखबार ले आओ बेपनाह मोहब्बत थी हमें कभी,वो पुराने एतबार ले आओ यादों में बिखरे हुए कई अनकहे वादे, लफ्ज़ और ज़ज्बात मेरी दिलकश आँखों में फिर से, वो पुराने खुमार ले आओ।
कुछ बातें लिखी हुई मेरे मन की, वो पुराने अखबार ले आओ बेपनाह मोहब्बत थी हमें कभी,वो पुराने एतबार ले आओ यादों में बिखरे हुए कई अनकहे वादे, लफ्ज़ और ज़ज्बात मेरी दिलकश आँखों में फिर से, वो पुराने खुमार ले आओ।
जज़्बातों की यह कहानी है अब भी गम में वो रवानी है अश्कों से भीगे मतवाले नैन राज़ ए दिल तुमको बतानी है दिल बैचैनी का तसव्वुर बेतकल्लुफ ये ज़वानी है चाँदनी रात के साये में बेहतरीन गज़ल सुनानी है वो शोखियाँ वो तबस्सुम हसरतों की फिर नादानी है गरमContinue Reading