आशाऐं
2021-08-13
आपदाएं आती जाती रहेंगी समस्याएं खूब सताती रहेंगी बुलंद हौंसलों को जिंदा रख आशाऐं दीप जलाती रहेंगी।
आपदाएं आती जाती रहेंगी समस्याएं खूब सताती रहेंगी बुलंद हौंसलों को जिंदा रख आशाऐं दीप जलाती रहेंगी।
साहित्य समाज का दर्पण जीवन की है आलोचना सत्य शिव सुंदर से तर्पण लोक मंगल की कामना साहित्य हम सबकी प्रेरणा संस्कृति हमारी है पहचान अपनी लेखनी को सहेजना राष्ट्र की है आन बान शान समाज का कर मार्गदर्शन साहित्यकार जलाते मशाल चिराग़ आलोकित प्रदर्शन प्रतिबिंबित करते विशाल काग़ज परContinue Reading