शहीद की माँ हर आहट पर बैचैन है गाँव की पगडंडी पर बीत रही रैन है तिरंगा लिपटा पार्थिव देह अमर सपूत मुंतजिर हृदय ग़मगीन अश्रुपूरित नैन है।

देश की सरहद पर खड़े  सेनानी कहलाते शूरवीर देश को स्वच्छ कर अपना दायित्व निभाते कर्मवीर शूरवीर बांध सर पर कफ़न देश की रक्षा में मर मिटता है कर्मवीर दिन रात जुट कर देश की सेवा में जगता है मातृभूमि की आज़ादी में दिया जिन्होंने बलिदान हमें बढ़ाना है उनContinue Reading

राखी और आज़ादी का पर्व बड़ा ख़ास है समूचे देश में छाई है ख़ुशहाली आया सबको विश्वास है। तीन तलाक से बहनें थी त्रस्त आज़ादी दिलाई भारत के भाइयों ने मुसीबतों को किया पस्त नहीं आसां राह थी पर दिल में भाई के चाह थी दूँगा बहनों को उपहार राखीContinue Reading