आज विकास को फिर रोते पाया, फुटपाथ पर कइयों को सोते पाया, जन – धन आवास की योजना से, अधिकांश लोगों को वंचित होते पाया।  रोटी, कपड़ा और मकान,  देना होगा इस पर ध्यान। आज विकास को फिर रोते पाया, यातायात पुलिस को पेड़ों के पीछे छुपते पाया, रिश्वतखोरी कीContinue Reading