बसंत ऋतुओं का राजा, कहलाता ऋतुराज,  फ़िजा में फूलों की खुशबू,मादकता का अंदाज। कल-कल करती नदियाँ,प्रकृति की अद्भुत छटा, चाँद की चाँदनी ठंडी हवाएँ, रखती मन तरोताजा। नई स्फूर्ति, नया मंजर, नया सबका उल्लास, तितली भँवर कर गुंजन, नई खुशियों का आभास।  पीली हल्दी, पीले हाथ, पीले पहनते परिधान, विवाहContinue Reading