जातकर्म संस्कार जातकर्म संस्कार चौथा संस्कार, जो संतान के जन्म के तुरंत उपरांत का संस्कार है। दैवीय कृपा से बच्चा हमारे सामने प्रत्यक्ष होता है,यह सत्य है कि माँ बिना इस धरती पर आना सम्भव नहीं है, इसलिये माँ साक्षात् देवी है।जातकर्म संस्कार में हमारे घर के प्रभावशाली बुज़ुर्गो जैसेContinue Reading

नव वर्ष नव आगमन नए सपनों की आकांक्षाओं का नव वर्ष का आगमन उन उगते सूरज की किरणों का, उन प्रतीक्षाओं का, उन सपनों का,उन उमंगों का, उन उम्मीदों का, उन नए जोश का जो प्रतीक्षण जीने की तमन्ना बढ़ाता है, पर क्या नव वर्ष इंद्रधनुषी रंगों से हमारे जीवनContinue Reading