ख़्वाबों की होली मैंने तेरे संग खेली ख़्वाबों की होली,  दिल की बात अब तक मैंने तुमसे नहीं है बोली।  कोई रंग न लगाया कोई गुलाल न उड़ाया मनमोहक ये रूप तेरा  मैंने मन में है सजाया। मेरी ख़्वाबों से निकलो बाहर आ जाओ खेले होली,  दिल की बात अबContinue Reading