खामोश गहरी आँखे, टूटता इंसान दिल में अथाह पीड़ा, बिखरती दर्द की पहचान। होठों पर लरज़ता रुदन, बेबस जिंदगी प्रेम की आस में, हृदय में घूटती सिसकी। फिर भी कांपते हाथों से देते हैं हमें आशीर्वाद बुजुर्गों के स्पर्श से खुलते उन्नति के मार्ग। ये हमें जानना होगा, मानना होगाContinue Reading