जिंदगी के धूप में बड़ी तपन है दिल के अंधेरों में बढ़ी घुटन है  वो आँधियों की तरह  उड़ता रहा  मेरे हर साँसों में  शोर करता रहा  उफ्फ ये आँधी के साथ  गम की बरसात भी  आने लगी है  मेरे मन को बड़ा  सताने लगी है माना तेरे जाने काContinue Reading

वैक्सीन नहीं है तो क्या हुआ रोज न जाने कितने मर रहे हैं संवदेना जता हम चल रहे हैं हौसलों से हल निकल रहे हैं भागदौड़ में भी संभल रहे हैं। दवा नहीं पास तो क्या हुआ दुआ से हर लम्हें संवर रहे हैं मास्क से सब दूरी बना रहेContinue Reading

धरती से अंतरिक्ष तक महिला जौहर दिखा रही कभी प्रधानमंत्री कभी विदेश मंत्री कभी रक्षा मंत्री बनकर देश की हर समस्या को सुलझा रही वित्तीय आर्थिक भौगोलिक राजनीतिक हो या बैंकिंग हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवा रही औरत नहीं सिर्फ भोग्य वस्तु वो बड़ा कमाल दिखा रही पुरुष प्रधानContinue Reading

अजीज़ मित्रों आज आपके लिए मित्रता दिवस पर हृदय के उद्गार…. प्रेम स्नेह से हृदय को तृप्त करते मेरे मित्र। हर सुख दुख में साथ निभाते मेरे मित्र। मन की बगिया को सराबोर करते मेरे मित्र। भ्रमित चित्त भटके को राह दिखाते मेरे मित्र। अश्रु बूँद देख मन को सहलातेContinue Reading

एक छोटी सी कहानी – संगठन छह पौधे लगाए गये।माली सब को बराबरी से उन पौधों को सीच रहा था और देखते ही देखते सारे एक साथ बढ़ते गए। एक दिन बहुत तेज आँधी चली, पर कोई भी क्षतिग्रस्त नहीं हुआ, क्योंकि सब बराबर लंबाई और मजबूती के साथ खड़ेContinue Reading