मेरी शायरी
2020-01-21
धरती अम्बर चाँद सितारे लगते हैं कितने प्यारे जीवन के बंधन न्यारे प्रीतम छूटते टूटते तारे शोक नहीं मनाते सारे जो बीत गई वो रात है चाँद के बाद फिर से सूरज का आगाज़ है। Attachments area
धरती अम्बर चाँद सितारे लगते हैं कितने प्यारे जीवन के बंधन न्यारे प्रीतम छूटते टूटते तारे शोक नहीं मनाते सारे जो बीत गई वो रात है चाँद के बाद फिर से सूरज का आगाज़ है। Attachments area
नारी समाज का आभूषण, नारी देश की शान, घर को देकर बहुमूल्य सेवा, बढ़ाती अपनों का सम्मान। नारी बिना पुरुष अधूरा, पुरुष बिना अधूरी नारी, दोनों सम्पूर्ण एक दूजे संग, हमसफर बन गुजारे जिंदगी सारी। नारी के मातृत्व रूप पर, ईश्वर भी बलिहारी जावे, माँ बनकर जीवन देवे, सृष्टि मेंContinue Reading