ख़ुशी की झलक कभी अश्कों की छलक प्रेम की ललक कभी अपनेपन की चहक कलम से निकले हर नायाब भावों के रंग ज्ञान के दीप प्रज्वलित नयी चेतना के संग एक ख़्वाब तलवार से पैनी क़लम की धार लेखनी मृत्यु के बाद भी जीवंत करें संसार कलम में सदा रहे Continue Reading

हर गली हर चबूतरा चौपड़ चौराहा पगडंडी                                राजा जी के किले पहाड़ी महलों के द्वार से प्राचीन संस्कृति पुरखों का गुरूर प्रेम की थपकी                                जीवन के रंग-ए-नूर आदर सत्कार से  फीणी घेवर मिर्ची बड़े समोसे प्याज़ की कचौड़ियां                                  स्वाद की खुशबू महकती हवाओं में मोहब्बत सा हसीनContinue Reading