एक सत्य – अत्यधिक आर्थिक तंगी चोरी, लूट खसोट, ठगी,छलावा,जालसाजी़ व डकैती को जन्म देती है। इससे उबरने के लिए एक दूसरे पर विश्वास करके काम देना चाहिए। एक छोटा सा वाक्या आप सभी से सांझा करती हूँ, कई वर्षों से एक इस्त्री करने वाला युवा धोबी  है, जिसने अपनीContinue Reading

डॉक्टर, नर्स, सुरक्षाकर्मी, सफ़ाईकर्मी, राजनेताओं के बाद अब है हमारी बारी… स्वदेशी अपनाओ, अर्थव्यवस्था बचाओ। एक संकल्पित विचारधारा जो सिर्फ़ एक भारतीय के पास है। जय हिन्द – जय भारत🇮🇳