पावन प्रीत की धार, राखी का त्यौहार!!!
माँ के गर्भ से बनता है ये रिश्ता,
प्रेम की डोर से सजता है ये रिश्ता,
अद्भुत, अविरल, पावन प्रीत की धार,
राखी है भाई-बहन के ऊर्जा का संचार।
बहन भाई के लिये मान होती है,
तो भाई बहन का अभिमान होता है,
इस रिश्ते के अपनेपन से,
पूरे परिवार का सम्मान होता है।
गुजरी जिंदगी का सबसे खूबसूरत तराना,
शरारतें, लड़ाईयाँ, रूठना, मनाना और हक़ जताना,
पता नहीं क्यों, कब और कैसे बड़े हो गये,
अनमोल रिश्तों को कुछ पलों में समेट कर खो गये।
एक दूसरे को समझने का हुनर था हममें,
पर समय का चक्र बलशाली था जीवन में,
जो महसूस न कर सका इस प्रेम की परिकाष्ठा को,
अहं, तहरीर और तकरार ने, तोड़ा इसकी गरिमा को।
सूनी कलाई के साथ भाई को बिलखते देखा है,
राखी लिए हाथों में बहन को रोते देखा है,
बहन जो छिपाये हर आँसू अपने भाई की खुशियों के लिये,
भाई जो हद से पार जाये अपनी बहन की खुशियों के लिए।
यह रिश्ता है प्यार की बगिया के फूल जैसा,
मखमली दूब, शबनमी एहसास, तारों की ओट जैसा,
हुलस मन, मधुर संबंध, तमाम उम्र प्यार और तकरार
ऐसा ही होता है भाई-बहन का जीवंत संसार।
आओ मनाये मिलकर राखी का त्यौहार।
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Beautiful lines….it actually touches to my heart…..superb work….commendable emotions ….
बहुत बहुत धन्यवाद।
Nice
प्रणाम।
🤵पावन प्रीत की धार राखी का त्योहार🙎
मां के गर्भ से बनता है ये रिश्ता
प्रेम की डोर से सजता है ये रिश्ता
भाई बहन के प्यार का त्योहार – रक्षा बंधन
र – रक्षा करना बहन
क्षा – क्षमा करना बहन को
ब – बंधन से मुक्त करना
ध – ध्यान रखना बहन का
न – नही भूलना बहन को
रक्षा बंधन के पावन पर्व पर रचित अद्धभुत कविता के हर लाइन में भाई बहन का प्यार, अपनापन, स्नेह, मधुरता एवम खुशियो का समरस भरा है।पढ़कर आनंद का अनुभव हुआ।
यह त्योहार मां लक्ष्मी ने पाताल में जाकर राक्षसराज बाली को भाई बनाकर श्रावण पूणिमा को भाई के कलाई में प्रेम(धागे) की डोर बांधकर आशीर्वाद स्वरूप भाई से अपने नारायण को मुक्त कराया । भाई बहन के प्यार का पावन पर्व राखी पूर्णिमा इसी दिन से आरंभ हुआ।
इस युग मे भाई बहन के लिये दो लाइन…….
राखी के धागों की
मजबूती की बात करे
राखी के बहाने ही
बहनों को याद करे
भाई का स्नेह ही
बहन की रक्षा करे
बहन का अपनापन ही
भाई का मंगल करे
🙏 जय श्री कृष्ण 🙏
जय श्री कृष्ण।
मंगल कामना के लिए बड़ों की ओर से कहे हुए शुभ वचन।
आपका साथ,आपका आशीर्वाद सदैव यूँही बना रहे।
Very good
आभार।