राखी और आज़ादी का पर्व बड़ा ख़ास है
समूचे देश में छाई है ख़ुशहाली
आया सबको विश्वास है।
तीन तलाक से बहनें थी त्रस्त
आज़ादी दिलाई भारत के भाइयों ने
मुसीबतों को किया पस्त
नहीं आसां राह थी
पर दिल में भाई के चाह थी
दूँगा बहनों को उपहार
राखी का मैं हूँ कर्ज़दार
सच्चा फर्ज़ निभाऊँगा
बहन के घर खुशियाँ लाऊँगा
ऐसे भाइयों को शत्-शत् नमन
जीवन में आए उनके,चैन और अमन।
तिरंगे की शान बना यह राखी का त्यौहार
एक नहीं और भी दिए कई उपहार
370 की धारा से बंधा था इतिहास
कश्मीर को आज़ाद करके बनाया सब पर विश्वास
मुसीबतें अनगिनत, कठिन डगर
कंटीले पथ, मुश्किल सफर
अनमोल सपने को हकीक़त बनाना था
फ़िर एक विश्वास जगाना था
सच्चा भाई वही होता है
जो देश के हित में ख़ुद को खोता है।
धन्य है वो भाई
जिसके घर-आँगन बहन आई
कभी सूनी न रहे उसकी कलाई
प्यार स्नेह व सम्मान देकर
कुल की मर्यादा बढ़ाई
रक्षा सूत्र की मूल्यों को बाँध
परंपराओं को निभाई
ईश्वर के साथ माँ
माँ के साथ बहन बनाई
जो निरंतर भाइयों को देती दुआएँ
और खिलाती मिठाई
आज़ादी के स्वर्णिम दिवस पर
भाई-बहन में उल्लास है
राखी के धागों से बंधता
हाथों पर विश्वास है
भाई-बहन का यह पवित्र रिश्ता
सचमुच बेहद ख़ास है।
आजादी का पर्व रक्षाबंधन के साथ एवम उससे भी बढ़कर ऐसा आज़ादी का वर्ष है, जो हिंदुस्तान के मस्तक हमारे स्वर्ग में आज़ादी के पश्चात प्रथम बार प्रत्येक गांव में तिरंगा शान से फहराया जाएगा।
वाकई मुझे गर्व है कि मेरे देश को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी , गृहमंत्री अमितजी शाह एवम एनएसए दाभोल जी जैसे दृढ निशचयी नेतृत्व आज़ादी के बाद ही प्रथम बार मिला होगा व इस समय व दृश्य में इसका साक्षी में भी बन सका हु।
वन्दे मातरम। जय हिंद।
जय जवान । जय किसान। जय विज्ञान।
वन्दे मातरम। जय हिंद।
जय जवान । जय किसान। जय विज्ञान।
शानदार !
धन्यवाद 🙏
राखी औऱ आज़ादी
एक पहल द्वारा इस पारिवारिक एवम सामाजिक पर्वो पर रखे गए सराहनीय विचारों का मन पूर्वक वंदन।
दोनों पर्व सावन में आते है पहले आजादी फिर बंधन तत्पश्यात त्योहारों की श्रृंखला ।
प्रथम सावन सोमवार को चंद्रयान सफर का सफल प्रपेक्षण कर दुनिया मे भारत का नाम ऊंचा किया।
संसद में द्वितीय सावन सोमवार को मुस्लिम बहनों को तलाक ……. से आजादी
तृतीय सावन सोमवार को सभी भाई बहनों को रोड के कड़क बंधनो से बांधा।
चतुर्थ सावन सोमवार को जम्मू कश्मीर से धारा 370 एवम 3-ब को निरस्त कर अखंड भारत की कल्पना को साकार कर समस्त भारतवासियों का मन जीत लिया।
यही कारण है कि रक्षा बंधन एवम स्वतंत्रता दिवस एक ही दिन आने को मजबूर हुए।
073 – 370 यह गठबंधन शायद हमारे पड़ोसी देश की समझ के लिए हो क्यो की वे उल्टा लिखते एवम पढ़ते है।आजादी के 073 साल बाद धारा 370 निरस्त हुई।
आओ हम सब मिलकर दोनों पर्वो का आनद उठाते हुए अगले त्योहारों को निडर होकर आनंद पूर्वक मनाये।
जय हिंद 🇮🇳 जय भारत
जय श्री कृष्ण
जय हिंद 🇮🇳 जय भारत
जय श्री कृष्ण