प्रदूषण के लिए क्या दीपावली ज़िम्मेदार?
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने प्रदूषण को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। दीपावली पर सिर्फ दो घंटे तक ही आतिशबाजी की जा सकती है साथ ही क्रिसमस एवं नूतन वर्ष के आगमन पर एक घंटे के लिए ही आतिशबाजी की इजाजत दी गई है।ऑनलाइन पटाखों की खरीदारीContinue Reading
हनुमान जी की कर्म भूमि-श्री लंका
प्रेम और भक्ति रस से सरोबार श्री लंका की यात्रा। रामायण हमारे भारत का संस्कृत में लिखा पौराणिक अनुपम महाकाव्य है,जिसके रचयिता आदि महाकवि श्री वाल्मीकि जी हैं।इस महाकाव्य के माध्यम से रघुवंशी राजा भगवान राम जी के गौरव गाथा का विवरण है।रामायण के इस महाकाव्य में भगवान श्री रामContinue Reading
राखी ऊर्जा का संचार!!!
पावन प्रीत की धार, राखी का त्यौहार!!! माँ के गर्भ से बनता है ये रिश्ता, प्रेम की डोर से सजता है ये रिश्ता, अद्भुत, अविरल, पावन प्रीत की धार, राखी है भाई-बहन के ऊर्जा का संचार। बहन भाई के लिये मान होती है, तो भाई बहन का अभिमान होता है,Continue Reading
श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को भाव-भीनी श्रद्धांजलि।
पन्द्रह अगस्त का दिन कहता है, आज़ादी अभी अधूरी है, इस सोच – समझ वाले शख्सियत की, महायात्रा अब तो पूरी है। तू पथिक है सत्य का, तू युग पुरुष है हिन्दुत्व का, नव – जीवन का आह्वान लिए, प्रभु के निमंत्रण को स्वीकार किए, साँसे जिनकी थम गई, घड़ीContinue Reading
जो देश की सेवा करते हैं, उनकी सेवा हम कैसे कर सकते हैं?
जो देश की सेवा करते हैं, उनकी सेवा हम कैसे कर सकते हैं? सर्वप्रथम हमारे देश के उन जॉबाज़ सैनिकों को शत्-शत् नमन हैं, जिन्होंने देश सेवा के लिए अपने प्राणों का आहूति दे दी। देश की सेवा भारतीय इतिहास का गौरव रहा है। यहाँ हर युग में अनगिनत वीरContinue Reading
इंतजार अभी बाकी है…
वो अधूरी शाम, कई अनकही बातें, खामोश लम्हें,तेरा पहला दीदार, इज़हार ए ख्वाब अभी काफ़ी है, तुम्हारा इंतज़ार अभी बाकी है। एक लम्बी सी काली कार से, उतरते दो लम्बे पाँव, गुलाबी जैकेट से खिला तुम्हारा तन, भीड़ को देख कर, मुस्कुराती तुम्हारी निगाहें, स्वच्छ भारत के लिये, आह्वान करतीContinue Reading
पल भर में ये क्या हो गया, वो मैं गयी वो मन गया
पल भर में ये क्या हो गया, वो मैं गयी वो मन गया – बेहद खूबसूरत पंक्ति इस गीत की, जब भी सुनो मन कहीं खो जाता है। मन के अंतर्मन में संजोए अनगिनत सपने जहाँ सिर्फ प्रेम ही प्रेम है। उम्र के ऐसे दौर पर,जिसमें मन के कोने मेंContinue Reading
राजनीति की शुरुआत कहाँ से?
राजाओं की नीति है राजनीति! ऐसी नीतियाँ जिनसे राज्य का प्रशासन किया जाता है। राज – सत्ता में स्थान प्राप्त करने की जोड़ – तोड़ की कला ही राजनीति का स्वरूप है। राजनीति समाज के संगठित जीवन का सर्वाधिक महत्वपूर्ण क्रियान्वयन है, जिसका सीधा संबंध राज्य और सरकार से रहताContinue Reading