माँ और शिक्षिका दोनों एक समान है….
माँ जीवन देती है, शिक्षिका जीना सिखाती है
माँ आत्म-विश्वास जगाती है, शिक्षिका अनुशासन सिखाती है।
माँ रोज सुबह जल्दी उठकर टिफ़िन बनाती है, स्कूल भेजती है,
शिक्षिका रोज सुबह जल्दी उठ कर स्कूल पहुँचती है आपको पढ़ाती है,
एक्टिविटीज करवाती है।
माँ जब आप बीमार होते हो तो रात रात भर जाग कर आपकी सेवा करती है,
शिक्षिका आपके परीक्षा की कठिन घड़ी में आपके अच्छे मार्क्स के लिए जी जान लगा देती है।
माँ आपको डांटती है, मारती है पर प्यार भी बहुत करती है और शिक्षिका भी आपको डांटती है, फटकारती है,प्यार करती है क्योंकि….
वो आपका अच्छा भविष्य बनाना चाहती हैं, आपको जिम्मेदार नागरिक बनाना चाहती हैं आपके सपनों को साकार करना चाहती है।
माँ आपके साथ रैम्प वॉक पर साथ चल कर उत्साह बढ़ाती है, शिक्षिका उस रैम्प वॉक पर चलने का साहस दिलाती है।
माँ सुंदर परिवार और समाज की संरचना करती है तो शिक्षिका आपको शिक्षित कर सशक्त राष्ट्र का निर्माण करती है
माँ है तो जीवन है, जीवन है तो सपना है, सपना है तो अपना है, साथ में अच्छी शिक्षिका हो तो क्या कहना है!
मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!
2019-05-12
श्रद्धा निष्ठा आस्था स्नेह समर्पण ध्यान
ह्रदय धरे विश्वास का पावन अनुपम ज्ञान
माता से लेते रहे इन सबका संज्ञान
आत्मसात जो कर सके बनते वही महान
मातृत्व शक्ति रूपिणी माँ का अभिनंदन एवम नमन 🙏🏼🙏🏼
माँ के बाद जीवन पथ को संवारने मे शिक्षकाओ के साथ शिक्षकों का भी अभूतपूर्ण योगदान है फर्क सिर्फ इतना ममता रूपी माँ तो एक ही है लेकिन शिक्षिक एवम शिक्षिकाएं हर साल बदलती रहती है अतः उन्हें गुरु की *उपमा* दी गई है।
उप+माँ उन्हें भी शत शत नमन।🙏🏼🙏🏼
जय श्री कृष्ण