कवि की काव्य कृति छंद लय बद्ध रीति साहित्य की अविरल रस गंगा अद्भुत मीठी मनोभावों की मोहिनी कलात्मक अभिव्यक्ति हृदय तलब सुखद सुमधुर प्राचीन संस्कृति। कभी काव्य में कोमल सरस भाव बताता कभी व्यंग्य से तीखे शब्द भरे बाण चलाता ओजस्वी काव्य से राष्ट्र नव चेतना जगाता श्रृंगार हास्य करुणा प्रेम का सार दिखाता। कवि का काव्य नाटक अभिनय के अनुकूल गद्य पद्य श्रवण योग्य मन विचार समाकुल भरत मुनि से समझा जाए इतिहास निराला कवि और काव्य का रिश्ता सदियों पुराना। महाकवि तुलसीदास सूरदास भाव कलात्मक काव्य अनुभवी महा ज्ञानी सकल मार्गदर्शक कालिदास प्रेम महाकाव्य से युक्त चिर जगत टैगोर राष्ट्र गान एकता सूत्र बने युग प्रवर्तक। वाजपेयी जी का काव्य ज़न संचार का सृजन मोदी जी का कवि स्वरूप मोहक शुभ वंदन कवि और काव्य का सुंदर अनूठा प्रीत संगम आत्मा से परमात्मा का श्रेष्ठ परमार्थ मिलन। सूर्य चंद्रमा आकाश पृथ्वी पर्वत सागर तारे वन हर ऋतुओं उत्तम संयोग असीम अनंत त्रिभुवन कवि और काव्य की सूत्र होती कलम की डोर अनवरत चलती रहती नित नए सृजन की ओर।
2020-09-21