एक दिन काम वाली नहीं आती थी तो हाहाकार मच जाता था,
मिलने वाली सभी सहेलियों को यह समाचार मिल जाता था,
जब वह काम पर लौटती थी तो डांटने का अधिकार मिल जाता था,
तनख्वाह काटने के नाम पर दो चार उससे एक्स्ट्रा कार्य मिल जाता था… पर
कोरोना ने डरा दिया मोदी जी ने समझा दिया उसको घर बिठा दिया एक बात तो तय हुई जब वो काम पर लौटेगी आएगा एक नया कल आएगा एक नया सवेरा दूर होगी सारी मुसीबतें मिलेगा आराम घनेरा। क्या आप अपनी काम वाली बाई की कमी महसूस कर रहे हैं? कृपया इस सवाल का उत्तर पुरुष न दें, अन्यथा बाई वाले सारे काम आपसे करवाएं जाएंगे!!!