जुनून कुछ कर दिखाने का अपने साहस से कुछ पाने का। दीवानगी इस कदर छाई है अपार ऊर्जा भर आई है। सपनों को नए पंख लगे हैं उड़ान भरने को मचल उठे हैं। जुनून ए इश्क़ हो या कुछ बनने की चाह आत्मविश्वास से मिलती राह। नींद नहीं मुझे आ रही मंज़िल मुझे पुकार रही। बाधाओं से न कोई डर है न होश है न ही ख़बर है। उम्र नहीं मेरा बंधन श्वास श्वास करता स्पन्दन। एकाग्रचित्त हो जग भूला जीवन का हर पहलू बदला। मिली कई बार प्रतिकार न मानी मैंने इससे हार। कठिन परिश्रम बुलंद हौंसले लेकर हाथों में मशाल चले। देख सफ़लता बाहें फैला रही मंजिल को निकट ला रही। अडिग रह लक्ष्य को प्राप्त कर राह में मिलती हर कठिनाई को समाप्त कर। मेरे रग-रग में जुनून की लहर है मेरी कामयाबी का ये ही सफ़र है।
2020-06-24