हाथों में लगती मेहंदी
बालों में सजता गज़रा
माथे पर सोहती बिंदी
खन खन करता कंगना।
उफ्फ ये सोलह श्रृंगार
औरत की खुबसूरती अपार
दिल में होता खूब प्यार
हरियाली तीज़ का त्यौहार।
तीज़ के पूर्व होता सिंजा़रा
यह दिन होता बड़ा प्यारा
रिश्तों में घुलती मिठास
महकता घर आँगण सारा।
पेड़ों पर झुला डलता
गीतों का सुर सजता
घेवर का स्वाद जंचता
पिया संग हृदय झूमता।
पूजा की थाल सजाती
व्रत रख पूरा दिन बिताती
अखण्ड सौभाग्य वरदान मांगती
हाथ जोड़ हे शिव हे माता पार्वती!
कुँवारी ल़डकियों को मिलता
मनचाहा वर और आशीर्वाद
नए सपने नई आशा नई मंजिल
पावन प्रेम मन का विश्वास।
ज़िंदगी आपकी खिलती रहे
ख़ुशियाँ आपको मिलती रहे
प्रतिवर्ष यूँ ही मनाते जाए
तीज़ की ढेरों शुभकामनाएं!
2020-07-23