हमारे भगवन् श्री गणेश प्रथम सुमिरन विशेष करते इनकी आराधना मन में बढ़ती सद्भावना विद्या बुद्धि बल दायक विघ्न नाशक मंगलकारक रिद्धि-सिद्धि शुभ कारज पूर्ण होते सकल मनोरथ खीर पूरी अनेकों पकवान भोग लगते मोदक मिष्ठान मूषक की इनकी सवारी दिखती बड़ी प्यारी न्यारी माता पिता की परिक्रमा जो करे मिलती अनुकंपा अन्न धन का है ये भंडार वंदन करे हमारी स्वीकार सुख समृद्धि जग कल्याण प्रेम शांति वैभव व सम्मान पूजा अर्चना सुमिरन करते हाथ जोड़ सब विनती करते सूंड सूंडाला रूप विशाल विराजे गल पुष्पन की माल गौरी सुत को करते नमन पावन चतुर्थी बधाई अभिनन्दन
2020-08-22