आशा है विश्वास है हाँ नादानियों का अवसाद है। बद्ध पिंजर में व्याकुल दुःख का क्यों एहसास है! बनाया मार्ग इससे बचने का मान लेना मन से यही ख़ास है। कोरोना के भय से मुक्ति धरती पुत्रों का प्रयास है। नया सूरज निकलेगा फैलेगा प्रकाश है। बूँद बूँद के अमृत से चातक की बुझती प्यास है। शून्य में पुकार रहा अंतरात्मा का आभास है। अँधियारा छटेगा खुलेगा आकाश है।
2020-04-01