बस तुम

बस तुम ही तो हो मेरे जीवन के आधार
पल पल गति साँसों की प्राणों के सार

मेरे सुख दुख के साथी जन्मों का बंधन
ऊर्जा नव संचार प्रियतम का आलिंगन

बस तुम ही से बना मेरा प्यारा परिवार
अनन्त आकाश धरती मिलन  संसार

तुमसे मिला प्रेम  अद्भुत दैवीय मिलन
एहसासों से खनक उठे मेरे सारे कंगन

बस तुम से ही सरल सोच सशक्त विचार
आसां हुई मेरी राह तेरे होने से हर बार

खुशियों का आवरण घटा मन का रुदन
तुझमें समा कर खिल उठा मेरा अंतर्मन

बस तुम ने ही दिया प्रेम अनमोल उपहार
मेरे वज़ूद को किया सत्स्वरुप चित्त साकार

रंगबिरंगे फूल सजा महकाया मेरा उपवन
हर भोर किरणों से भर दिखाया सुंदर जीवन

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