नारी का दर्पण
मन मोहिनी श्रृंगार तन सजाये आईने में अपना ख़्वाब बसाये खूबसूरती देख ख़ुद हुई बावरी मदमस्त दर्पण अति शरमाये। होठों पर लाली नयन कजरारे हाथों में कंगन नीले हरे सुनहरे नारी का अस्तित्व खिला रूप लज्जा प्रेम स्नेह सौम्य नखरारे। प्रियतम की आस प्रेम अलंकार बहे आकुल सांसे मौन मनContinue Reading
हर तरफ़ यार का तमाशा है
इश्क़ का उठ रहा जनाज़ा है,कई दफ़ा तराशा है दर्द उठ रहा है सीने में,बेवफ़ाई में टूटा भरोसा है गलतफ़हमी हुई बरबाद हुए, कौन करेगा यक़ीन शहर में रुसवाई है, हर तरफ़ यार का तमाशा है।
दहलीज़
आज मन व्याकुल है,उसने बताया वो फिर इसी शहर में है। वो दिन भी क्या दिन थे जब मन पंख उठाकर उड़ता था, घंटों एक दूजे के संग बैठे होते थे और आंखों में प्रेम का महासमुंद्र हिलोरें लेता था,पुरवाई अंगड़ाई लेकर प्रेम के राग सुनाती थी, एक दूजे कोContinue Reading
स्वामी विवेकानंद
भारत का युग प्रवर्तक युवा सोच उर्जावान स्वामी विवेकानंद ने फैलाया मानवता ज्ञान आध्यात्म धर्म कर्म विवेक का आह्वान लिए विश्व में बढ़ाई अपने भारत माता की शान। उज्जवल मुख मंडल आभा चौड़ा गौरव ललाट आदर्श स्वभाव ग़ज़ब आकर्षण गेरू वस्त्र सम्राट अमेरीका में दिया भाषण मधुर आवाज़ में दमContinue Reading
छठ मैया
छठ मैया सुन लो मेरी अर्ज़ करूँ मैं तेरी हाथ जोड़ विनती करूँ नाम भजुं मैं तेरी छठ मैया सुन लो मेरी…. छठ पूजा का लोक त्यौहार साल में आए दो दो बार खुश होते घर परिवार दूर करे सब मन विकार सूर्य देव को देते अर्घ चार दिनों काContinue Reading
क्या कहूँ अब तुझसे
क्या कहूँ अब तुझसे मेरे प्रभु ओ सावरें तुझे ढूंढ़ा करते हर पल मेरे ये नैन बावरे जिंदगी के मायने भी तुझसे जिंदगी की आस भी तुझसे मेरी हर साँस भी तुझसे मेरा हर वज़ूद भी तुझसे अधरों पर मधुरमयी मुस्कान प्रेम की अनोखी पहचान करें हर पल तेरा गुणगानContinue Reading
अलविदा 2020 के नाम पाती
वर्ष 2020, आज तुम्हारे लिए कुछ लिखने को हृदय प्रेरित हुआ है, सोचती हूँ कहाँ से शुरू करूँ इसे, क्योंकि अत्यंत ही महत्त्वपूर्ण साल जिसको जीवन की डायरी से कभी भुलाया नहीं जा सकता है।इस कोरोना काल ने सुख दुख दोनों को प्रतिबिंबित किया है। सुख परिवार का जिसे विगतContinue Reading
बस तुम
बस तुम ही तो हो मेरे जीवन के आधार पल पल गति साँसों की प्राणों के सार मेरे सुख दुख के साथी जन्मों का बंधन ऊर्जा नव संचार प्रियतम का आलिंगन बस तुम ही से बना मेरा प्यारा परिवार अनन्त आकाश धरती मिलन संसार तुमसे मिला प्रेम अद्भुत दैवीय मिलनContinue Reading
निर्भया कांड
राखों के ढेर से अब भी काले धुएँ निकल रहे हैं जमीं में दफन ख़ामोशी बन दिल में धधक रहे हैं मासूम बेटी को मारकर नाले में जा गिरा दिया धिक्कार दरिंदों का दुष्कर्म आँचल तार-तार किया। खामोश गहरी आंखे टूटते बिखरते वृद्ध माता पिता दिल में अथाह पीड़ा जीवनContinue Reading
सर्दियों की शादियां
सर्दियों की शादियां बड़े अनोखे मजे शाल दुशाला सूट पहन खड़े सब सजे। पॉकेट में भर लेते किशमिश काजू बादाम अग्नि समक्ष बैठ कर मिले सबको आराम। गरम-गरम समोसे कचोड़ियां पूरी हलवे ठूंस-ठूंस भर पेट सब खाते मिठाई मेवे। बेशुमार आनंद उमंग नाच जलवे मस्ती रज़ाईयों में घुस कर सबकीContinue Reading